FASTag का उपयोग अब होगा खत्म! सरकार ने शुरू किया न्यू GPS इनेबल FASTag सिस्टम जिसे होगा यहाँ लाभ सभी को, जानिए।

अगर आप हाईवे पर गाड़ी चलाते हैं और FASTag का उपयोग करते हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद जरूरी है। सरकार ने FASTag सिस्टम को बंद करने और एक नए डिजिटल टोल कलेक्शन सिस्टम को लागू करने का फैसला किया है। इस बदलाव से टोल प्लाजा पर ट्रैफिक कम होगा और यात्रा और भी सुगम बनेगी।

FASTag क्यों हो रहा है खत्म?

FASTag को सरकार ने 2016 में लागू किया था, लेकिन इसमें कई चुनौतियाँ सामने आईं:

  • बैलेंस की समस्या: कई बार FASTag में बैलेंस नहीं होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी होती थी।
  • डिवाइस फेलियर: RFID सेंसर सही तरीके से काम नहीं करते थे, जिससे टोल कटने में दिक्कत आती थी।
  • लंबी कतारें: कुछ टोल प्लाजा पर अब भी जाम की स्थिति बन जाती थी।
  • फ्रॉड की संभावना: फेक FASTag और अवैध ट्रांजेक्शन की घटनाएं बढ़ गई थीं।

इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने GPS आधारित नया टोल सिस्टम लागू करने का फैसला किया है।

Overview Table

विषयपुराना FASTag सिस्टमनया डिजिटल टोल सिस्टम
पहचान प्रक्रियाRFID टैगGPS आधारित ट्रैकिंग
भुगतान मोडप्रीपेड रिचार्जऑटोमेटिक पेमेंट लिंक
टोल कटने की प्रक्रियाRFID सेंसर के जरिएजीपीएस आधारित ट्रांजेक्शन
ट्रैफिक जामकभी-कभी हो सकता हैपूरी तरह से कम होगा
अतिरिक्त शुल्कबैलेंस कम होने पर पेनल्टीऑटो डेबिट, कोई लेट फीस नहीं

नया सिस्टम कैसे काम करेगा?

नया GPS टोल कलेक्शन सिस्टम पूरी तरह से ऑटोमेटिक होगा। इसमें गाड़ी की लोकेशन ट्रैक की जाएगी और जैसे ही वाहन टोल क्षेत्र में प्रवेश करेगा, ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाएगा।

नए सिस्टम की खासियतें:

  1. GPS आधारित पेमेंट: टोल का भुगतान गाड़ी में लगे GPS सिस्टम से ऑटोमैटिक होगा।
  2. ऑनलाइन अकाउंट लिंकिंग: वाहन मालिकों को अपना बैंक अकाउंट नए सिस्टम से लिंक करना होगा।
  3. कैशलेस ट्रांजेक्शन: FASTag की तरह रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी, सीधे अकाउंट से पैसा कटेगा।
  4. कम ट्रैफिक जाम: RFID स्कैनिंग की जरूरत नहीं होगी, जिससे टोल प्लाजा पर जाम नहीं लगेगा।
  5. फ्रॉड रोकने की सुविधा: नया सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित होगा, जिससे फर्जी टैग जैसी समस्याएं नहीं आएंगी।

नए सिस्टम के फायदे

  • तेजी से ट्रांजेक्शन होगा, जिससे ट्रैफिक में देरी नहीं होगी।
  • कोई अतिरिक्त शुल्क या पेनल्टी नहीं अगर बैलेंस कम है, तो भी गाड़ी को रोका नहीं जाएगा।
  • सुरक्षित और ट्रांसपेरेंट सिस्टम, जिससे सरकार को भी टोल कलेक्शन में बढ़ोतरी होगी।
  • वाहनों की मॉनिटरिंग होगी, जिससे चोरी हुए वाहनों को ट्रैक करना आसान होगा।

क्या होगा मौजूदा FASTag यूज़र्स का?

  • सरकार कुछ समय तक FASTag और नए GPS सिस्टम दोनों को चलाएगी
  • मौजूदा FASTag यूज़र्स को अपना अकाउंट नए सिस्टम से लिंक करना होगा
  • एक निश्चित समय के बाद FASTag पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा

नया सिस्टम कब लागू होगा?

सरकार ने अभी आधिकारिक रूप से नई तारीख घोषित नहीं की है, लेकिन 2024 के मध्य तक इसे पूरे देश में लागू करने की योजना है।

लॉन्च टाइमलाइन:

  • पायलट प्रोजेक्ट: 2024 की शुरुआत में कुछ हाईवे पर टेस्टिंग होगी।
  • धीरे-धीरे लागू किया जाएगा: पहले प्रमुख शहरों और हाईवे पर यह सिस्टम लागू किया जाएगा।
  • पूरी तरह से लागू: 2025 तक इसे पूरे देश में लागू करने की योजना है।

Frequently Asked Questions (FAQs)

1. FASTag पूरी तरह से कब बंद होगा?

सरकार धीरे-धीरे इसे बंद करेगी। 2024 के अंत तक नए GPS सिस्टम को पूरी तरह लागू किया जाएगा।

2. नए सिस्टम में अकाउंट कैसे लिंक करें?

वाहन मालिकों को अपने बैंक अकाउंट को नए टोल पेमेंट सिस्टम से लिंक करना होगा। इसकी प्रक्रिया जल्द ही सरकार द्वारा जारी की जाएगी।

3. क्या नए सिस्टम में भी बैलेंस रखना जरूरी होगा?

नहीं, नया सिस्टम डायरेक्ट बैंक अकाउंट से लिंक होगा, जिससे ऑटोमेटिक पेमेंट होगा।

4. क्या नया सिस्टम सभी गाड़ियों के लिए अनिवार्य होगा?

हाँ, सरकार सभी कमर्शियल और प्राइवेट गाड़ियों को इस सिस्टम में शामिल करने की योजना बना रही है।

5. क्या पुराने FASTag को रिफंड किया जाएगा?

सरकार अभी इस पर कोई स्पष्ट नीति नहीं लाई है, लेकिन संभावना है कि FASTag यूज़र्स को कुछ समय तक इसका क्रेडिट दिया जाएगा।


Disclaimer

यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। नया टोल सिस्टम कब और कैसे लागू होगा, इसकी आधिकारिक घोषणा सरकार द्वारा की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए NHAI और परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर विजिट करें।

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